अक्षरधाम मंदिर का इतिहास History in Akshardham temple


  अक्षरधाम मंदिर का इतिहास

  Akshardham Temple History 


  भारत की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के किनारे बना यह मंदिर लगभग 100 एकड़ भूमि पर विश्व का विशालकाय हिन्दू मंदिरों परिसर है। आइये इस मनमोहक और विशाल मंदिर की कुछ बातो को जानते है –

   अक्षरधाम या स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर एक हिन्दू मंदिर है। यह एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ स्थल है। यह मंदिर ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की पुण्य स्मृति में बनाया गया है। इस मंदिर को स्वामीनारायण अक्षरधाम के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में लाखो हिन्दू साहित्यों और संस्कृतियों और कलाकृतियों को मनमोहक अंदाज़ में दर्शाया गया है। 


     अक्षरधाममंदिर – Akshardham Mandir

    स्वामीनारायण अक्षरधाम कॉम्प्लेक्स का मुख्य आकर्षण अक्षरधाम मंदिर है। यह मंदिर 86342 वर्ग फुट परिसर में फैला हुआ है। यह 141 फूट ऊँचा, 316 फूट चौ‌ड़ा और 356 फूट लंबा है। मंदिर में 2870 सीढ़ियां और एक कुण्ड है जिसमें भारत के महान गणितज्ञों की महानता को दर्शाया गया है।

    मंदिर का निर्माण श्री अक्षरधाम पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख महाराज के नेतृत्व में किया गया है। मंदिर के निर्माण में गुलाबी पत्थरों, सफेद संगमरमर और बलुआ पत्थरों का उपयोग किया गया है। इसका निर्माण हिन्दू शिल्प शास्त्र के अनुसार ही किया गया है और मुख्य मंदिर में स्टील का उपयोग नहीं किया गया है। 

  तक़रीबन 11000 कलाकारों और अनगिनत सहयोगियों ने मिलकर इस विशाल मंदिर का निर्माण किया था, नवम्बर 2005 में इस मंदिर की स्थापना की गयी थी।

   मंदिर को पांच प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है। इस मंदिर में 234 नक्काशीदार पिल्लर, 9 अलंकृत गुम्बद, 20 शिखर और 20000 साधुओं, अनुयायियों और आचार्यो की मूर्तियाँ हैं।

   स्वामीनारायण मंदिर जातिगत गुरुओं के विचारो की प्रतिमाओ से घिरा हुआ है। स्वामीनारायण में बनी हर एक मूर्ति हिन्दू परंपरा के अनुसार पञ्च धातु से बनी हुई है। इस मंदिर में सीता-राम, राधा-कृष्णा, शिव-पार्वती और लक्ष्मी-नारायण की मूर्तियाँ भी है। 

    गिनीज बुक और वर्ल्ड रिकॉर्ड में  अक्षरधाम मंदिर का नाम शामिल है। अक्षरधाम मंदिर को विश्व का सबसे विशाल हिन्दू मंदिर माना जाता है।  


      अक्षरधाम मंदिर के मुख्य आकर्षण-

1.  नारायण सरोवर- अक्षरधाम मंदिर की मुख्य ईमारत एक सरोवर से घिरी हुई है जिसे नारायण सरोवर कहा जाता है। सरोवर के पास ही में 108 गौमुख भी बने हुए है और माना जाता है की यह 108 गौमुख 108 हिन्दू भगवान का प्रतिनिधित्व करते है।

2.  म्यूज़िकल फाउटेन्स- इस सुन्दर और मनमोहक मंदिर में आकर्षित करने वाला एक म्यूजिकल फाउंटेन शो भी है। इस शो  आयोजन हर शाम को होता है। इस शो में जीवनचक्र भी दिखाया जाता है, जो इंसान के जन्म से शुरू होता है और मृत्यु पर खत्म होता है, इसे दिखाते समय ही म्यूजिकल फाउंटेन का उपयोग किया जाता है।

3.  गार्डन आफ इंडिया- अक्षरधाम मंदिर में एक और आकर्षित गार्डन है । पीतल की मूर्तियों से सुसज्जित बगीचे में कमल के फूल और घास के मैदान इस पूरे परिसर को आकर्षक बनाते है। यह गार्डन पवित्रता का स्वरुप है

4.  विशाल फिल्म स्क्रीन- मंदिर में एक फिल्म स्क्रीन भी लगी हुई है। जिसमें बच्चे योगी नीलकंठ बर्णी पर आधारित फिल्म और छह से अधिक कहानियों पर आधारित फिल्मों को दिखाया जाता है।

5.  फव्वारा शो- रोजाना शाम को फव्वाराा शो  का आयोजन किया जाता है। इस शो में जन्म और मृत्यु के चक्र को दिखाया जाता है।   

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