इस मंदिर में सोने से होती है निसंतान महिलाओं को संतान की प्राप्ति -
स्थानिय भाषा में सलिन्दरा कहा जाता है जिसका अर्थ है स्वप्न आना। नवरात्रों में निसंतान महिलाएं मंदिर परिसर में आकर निवास करती हैं पूजा अर्चना करते हुए फर्श पर ही सोती हैं। कहा जाता है कि जो महिलाएं माता सिमसा पर विश्वास करती हैं और श्रद्धा से उनकी पूजा करती हैं माता उन्हें स्वप्न में मानव या प्रतीक रूप दर्शन देकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती है। यदि कोई महिला स्वप्न में कन्द मूल या फल देखती है इसका अर्थ माना जाता है कि उस महिला को संतान प्राप्ति का आशिर्वाद मिल गया है।
मान्यता के अनुसार यदि किसी महिला को अमरुद या संतरे का फल मिलता है तो वे समझ ले कि लड़का होगा परंतु अगर किसी को स्वप्न में भिन्डी या लौकी मिलती है तो बेटी होगी ऐसा माना जाता है।
यह भी माना जाता है कि यदि किसी महिला को धातु ,लकड़ी या पत्थर की बनी कोई चीज मिले तो महिला को संतान नहीं होगी ऐसा माना जाता है।
मिलते हैं अजीबो गरीब संकेत -
मान्यता के अनुसार यदि किसी महिला को अमरुद या संतरे का फल मिलता है तो वे समझ ले कि लड़का होगा परंतु अगर किसी को स्वप्न में भिन्डी या लौकी मिलती है तो बेटी होगी ऐसा माना जाता है।
यह भी माना जाता है कि यदि किसी महिला को धातु ,लकड़ी या पत्थर की बनी कोई चीज मिले तो महिला को संतान नहीं होगी ऐसा माना जाता है।
जय माता दी।
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